Short moral story in hindi: बच्चों के लिए मोरल स्टोरी हिंदी में

very short story in hindi, moral story in hindi, 10 lines short stories with moral in hindi, बेस्ट मोरल स्टोरी इन हिंदी pdf, स्टोरी इन हिंदी फॉर चाइल्ड Short Story In Hindi With Moral: मोरल स्टोरी (Moral Story In Hindi) आपके बच्चों को सही शिक्षा देने और व्यस्त रखने के लिए बहुत अच्छी होती है। बचपन में पढ़ी गई कहानिया हमें जीवन भर याद रहती है। बचपन में सुनी गई अधिकांश कहानियाँ शायद आपको आजतक याद होंगी। इसलिए इस लेख में माध्यम से हम कुछ अच्छी मोरल स्टोरी लेकर आये हैं जो आपको अपने बच्चों को जरुर बताना चाहिए। लेकिन मोरल स्टोरी को पढने से पहले आपको इस बात का पता होना चहिये कि मोरल स्टोरी अर्थ होता क्या है। एक मोरल स्टोरी (नैतिक कहानी) वह है जिससे आपको कोई सबक सीखने को मिलता है बच्चे नैतिकता के साथ कहानियों का आनंद लेते हैं और उनसे जीवन के लिए एक महत्वपूर्ण सबक सीखते हैं। जैसे अपनी हार को कैसे स्वीकार करना है, अस्वीकृति को कैसे संभालना है, डर से जीत हासिल कैसे करना है और भी बहुत कुछ ऐसा है जो आपको मोरल स्टोरी से सीखने को मिलता है।
शोध से पता चला है कि छोटे बच्चे कहानियों के माध्यम से और कमउम्र में उन्हें बताई गई बातों से नैतिक तर्क सीखते हैं। सबसे अच्छी बात यह है कि कम उम्र से ही मोरल स्टोरी पढ़ने से न केवल आपके बच्चे को महत्वपूर्ण जीवन पाठ सीखने में मदद मिलती है बल्कि यह आपके बच्चो में भाषा के ज्ञान को भी बढ़ाती हैं। यहाँ हम आपके साथ कई सारी कहानियां (Short Story In Hindi With Moral) के साथ शेयर कर रहें हैं जो आपके बच्चों को नैतिकता का विकास करेगी।
Contents
Short Story In Hindi With Moral
1) मिडास का गोल्डन टच– एक लालची राजा
एक बार की बात है, जब एक मिडास नाम का राजा हुआ करता था। वह राजा बहुत ज्यादा अमीर था और उसके पास बहुत सारा सोना था। उसकी एक बेटी थी, जिसको वह बहुत प्यार करता था। एक दिन मिडास को एक एक देवदूत मिला, जिसे मदद की जरूरत थी। मिडास ने उसकी मदद की और बदले में देवदूत ने उसकी एक इच्छा पूरी करने की कही। मिडास ने अपनी इच्छा बताई कि वह जो कुछ भी छुए वह सोने में बदल जाए। मिडास इच्छा पूरी हुई। जब वह अपने घर जा रहा था तो उसने चट्टानों और पौधों को छुआ और वे सोने में बदल गए। लेकिन जब वो अपने घर पर पौंचा तो उसने खुशी –ख़ुशी में अपने बेटी को गले से लगा लिया और वो भी सोने में बदल गई। अपनी बेटी के सोना बनते ही मिडास परेशान हो गया और जोर जोर से रोने लगा। अब उसने सबक सीख लिया था। जिसके बाद उसने देवदूत से अपनी इच्छा को वापस लेने को कहा।
कहानी का नैतिक (मोरल ऑफ़ द स्टोरी)
कभी भी ज्यादा लालच नहीं करना चहिये। सुखी और संतुष्ट जीवन के लिए जीने के लिए लालच से दूर रहना चहिये। अगर आप ज्यादा लालच करेंगे तो एक दिन मुसीबत में आ जायेंगे।
2) कछुआ और खरगोश की कहानी
यह एक खरगोश और कछुए के बारे में एक बेहद लोकप्रिय कहानी है।
खरगोश एक ऐसा जानवर है जो तेजी से दौड़ता है, जबकि कछुआ धीरे चलने वाला होता है। एक दिन, खरगोश ने कछुए का मजाक उड़ाते हुए उसे लिए एक दौड़ के लिए चुनौती दी कि और कहा ही वो उसे दौड़ में नहीं हर सकता। कछुआ दौड़ के लिए राजी हो गया। जब दौड़ शुरू हुई तो बाद खरगोश आसानी से आगे निकल गया। इसके बाद खरगोश ने यह सोचा की कछुआ अभी बहुत पीछे तो खरगोश ने झपकी लेने का फैसला किया। लेकिन कछुआ निरंतर चलता जा रहा था, क्योंकि वो अपनी दौड़ के लिए दृढ़ संकल्प और समर्पित था, धीरे-धीरे फिनिश लाइन के करीब था।
इस तरह कछुए ने रेस जीत ली जबकि खरगोश सोता रह गया सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि कछुए को बहुत ही विनम्रता और बिना अहंकार के साथ अपनी दौड़ को खत्म किया।
कहानी का नैतिक (मोरल ऑफ़ द स्टोरी)
कड़ी मेहनत और दृढ़ संकल्प से आप किसी भी लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं लेकिन घमंड और अहंकार से आप जीत हासिल नहीं कर सकते।
3) शेर आया शेर आया
एक बार की बात है एक किसान ने अपने बेटे को भेड़ों के झुंड को रोजाना चराने को कहा। जब लड़का रोजाना भेड़ों को चराने जाने लगा तो वह बोर हो गया और उसे इस काम में कोई भी मजा नहीं अ रहा था। ऐसे में उसने सोचा इस काम के साथ थोडा मजा कर लेता हूं। इसके बाद लड़का चिल्लाया “शेर आया शेर आया”। यह सुनकर आसपास के गांव वाले शेर को भगाने में उसकी मदद के लिए दौड़े।
जैसे ही वे उसके पास पहुंचे, उन्होंने देखा कि वहां पर तो कोई शेर नहीं है और लड़के ने कहा मैं तो मजाक कर रहा था। ग्रामीण गुस्से में थे और उन्होंने अराजकता और दहशत पैदा करने के लिए लड़के पर चिल्लाया।
अगले दिन फिर से लड़का चिल्लाया शेर आया शेर आया और फिर से गांव वाले उसकी मदद के लिए आ गए लेकिन फिर से वहां पर कोई भी शेर नहीं था। इससे फिर से गांव वाले नाराज हो गए। लेकिन फिर उसी दिन सच में शेर आ गया और लड़के की भेड़ों पर हमला कर दिया। लड़का रोने लगा और चिल्लाया शेर आया शेर आया, कृपया मेरी मदद करें” लेकिन अब कोई भी गांव वाला उसकी मदद करने के लिए नहीं आया क्योंकि सभी ने यह सोचा की लड़का फिर से मजाक कर रहा है।
कहानी का नैतिक (मोरल ऑफ़ द स्टोरी)
लोगों के भरोसे के साथ कभी भी नहीं खेलना चहिये क्योंकि एक बार आप किसी के भरोसे से खेलते हो तो वो आप पर भी कभी विश्वास नहीं करेगा।
Leave a Reply