होली पर 10, 15, 20 लाइन में निबंध हिंदी में Class 1, 2, 3, 4, 5- Essay on Holi in 10, 15, 20 line in Hindi Class 1, 2, 3, 4, 5 In Hindi
होली पर 10, 15, 20 लाइन में निबंध हिंदी में Class 1, 2, 3, 4, 5- Essay on Holi in 10, 15, 20 line in Hindi Class 1, 2, 3, 4, 5 In Hindi:

होली पर निबंध 10 लाइन हिंदी में- 10 Lines on Holi Festival in Hindi Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7
- होली हिन्दू धर्म का एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है जो हर साल ‘फाल्गुन’ या मार्च के महीने पूरे देश में बड़ी ही धूम धाम से मनाया जाता है.
- होली रंगों का मनाया जाने वाला एक बहुत ही प्रसिद्ध त्यौहार है. इस त्यौहार को भारत के लिए लोग बहुत ही खुशी के साथ मानते हैं. यह त्यौहार विशेष रूप से उन बच्चों के लिए बहुत खास है जो इससे सारी मस्ती और उल्लास के साथ मनाते हैं.
- घर के छोटे बच्चे होली के एक सप्ताह पहले ही त्यौहार की तैयारी शुरू कर देते हैं और उनकी होगी एक सप्ताह बाद भी जारी रहती है.
- होली को वैसे तो पूरे देश में बहुत ही धूम धाम से मनाया जाता है लेकिन उत्तर भारत के लिए इसे बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मानते हैं.
- होली के त्यौहार को मार्च के महीने में हिन्दू धर्म के लोगों द्वारा मनाया जाता है.
- होली के त्यौहार को माने को लेकर कई कहानियां और किंवदंतियां हैं.हिंदू पौराणिक कथाओं के अनुसार, यह माना जाता है कि होली का उत्सव उस घटना के बाद मानना शुरू हुआ था जब हिरनकश्यप की बहन होलिका अपने ही भतीजे को मारने की कोशिश करते हुए आग में जल गई थी.
- प्रह्लाद के पिता हिरण्यकश्यप नामक एक राक्षस राजा था, जिसने अपने ही बेटे को मरने की कई बार कोशिश की, क्योंकि वो भगवान् विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था. जब हिरण्यकश्यप प्रह्लाद को मारने की अपनी कई रणनीतियों में विफल रहा, तो उसने अपनी बहन होलिका को प्रह्लाद को गोद में लेकर आग में बैठने को कहा लेकिन प्रह्लाद को कुछ नहीं हुआ और होलिका आग में जल गई. उसी दिन से लोग होली का त्यौहार मनाने लगे.
- होली के एक दिन पहले लोग अपने मंडलियों के साथ मिलकर चौराहों पर लकड़ियों का ढेर बनाते हैं और इसे होलिका के प्रतीक में जलाते है और ‘होलिका दहन’ समारोह मनाते हैं. कई लोग जल्दी हुई होलिका के कई चक्कर भी लगाते हैं जिसको लेकर ऐसा माना जाता है कि इससे लोगों के सभी पाप, रोग खत्म हो जाते हैं. वहीँ कई लोग अच्छे स्वास्थ की मनोकमना के साथ इसकी पूजा सकते हैं.
- दूसरे दिन होली के बाद लोग एक दुसरे से मिलकर रंग और गुलाल लगते हैं. होली मुख्य त्यौहार की तैयारी लोग एक 5-10 दिन पहले से ही शुरू कर सकते हैं. खासकर बच्चे इस त्यौहार के लिए कुछ ज्यादा ही उत्साही होते हैं. वे एक सप्ताह पहले से ही होली के लिए रंग खरीदना शुरू कर सकते हैं.
- होली के दिन लोग अपने दोस्तों, पड़ोसियों और रिश्तेदारों के साथ ‘पिचकारी’ और छोटे गुब्बारों के साथ रंगों से खेलने से खेलते हैं और इस दिन कई तरह के व्यंजन ‘गुझिया’, मिठाई, ‘पानी पुरी’, वर्फी, ‘दही बड़े’, नमकीन आदि बनाये जाते हैं.
होली पर निबंध 15 लाइन हिंदी में- 15 Lines on Holi Festival in Hindi Class 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7
- होली हिन्दू धर्म का एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है. इसे हर साल ‘फाल्गुन’ या मार्च के महीने पूरे देश में मनाया जाता है.
- होली रंगों का मनाया जाने वाला एक बहुत ही प्रसिद्ध त्यौहार है.
- इस त्यौहार को पूरे देश के लोग बहुत ही ख़ुशी और उल्लास के साथ मानते हैं.
- यह त्यौहार बच्चों के लिए बेहद खास होता है क्योंकि इस दिन को वे बहुत ही मस्ती और खुसी के साथ मानते हैं.
- घर के छोटे बच्चे कई दिनों पहले से ही होली की तैयारी शुरू कर देते हैं.
- होली का त्यौहार मार्च के महीने में मनाया जाता है.
- होली के त्यौहार को लेकर कई तरह की कहानियां और किंवदंतियां हैं. जिसके अनुसार ऐसा माना जाता है कि एक बार हिरनकश्यप की बहन होलिका अपने ही भतीजे को मारने की कोशिश करते हुए आग में जल गई थी.
- प्रह्लाद नाम का बालक हिरण्यकश्यप नामक एक राक्षस का पुत्र था और भगवान् विष्णु का बहुत बड़ा भक्त था. इसलिए हिरण्यकश्यप अपने बेटे प्रहलाद को मरना चाहता था.
- हिरण्यकश्यप प्रह्लाद को मारने की बहुत कोशिश की लेकिन वह असफल रहा, जिसके बाद उसने अपनी बहन होलिका को प्रह्लाद को गोद में आगे में बैठने को कहा लेकिन प्रहलाद फिर से बाख गया और होलिका जलकर भस्म हो गई.
- होलिका के जल जाने पर उस दिन के बाद लोग उसे होली के त्यौहार के रूप में मनाने लगे.
- होलिका देहन से पहले घर की महिलाएं और लड़कियां होलिका की पूजा कर करती है और मनोकामना पूरी होने की कामना करती हैं.
- कई लोग जल्दी हुई होलिका के कई चक्कर लगाते हैं जिसकों लेकर मान्यता है कि ऐसा करने पर उनके सभी रोग, पाप और दुःख नष्ट हो जायेंगे.
- होलिका दहन के दुसरे दिन लोग रंगों की होली खेलते हैं और अपने रिश्तेदारों और पड़ोस के लोगों को रंग लगाने उनके घर भी जाते हैं.
- होली के दिन बच्चों को भी रंगों से होली खेलने में बहुत मजा आता है वे ‘पिचकारी’ और छोटे गुब्बारों के साथ रंगों से खेलते हैं.
- होली के दिन घर में कई तरह से मीठे व्यंजन व्यंजन ‘गुझिया’, मिठाई, ‘पानी पुरी’, वर्फी, ‘दही बड़े’, गुलाब जामुन आदि बनाये जाते हैं.
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