छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहार 2022- festival of Chhattisgarh in Hindi

छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहार 2022- festival of Chhattisgarh in Hindi

छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहार 2022- festival of Chhattisgarh in Hindi: छत्तीसगढ़ भारत का एक ऐसा राज्य है जो विविध सांस्कृतिक और पारंपरिक प्रथाओं को मानता है. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य सरकार ने आदिवासी संस्कृति को संरक्षित करने के लिए कई सराहनीय कदम उठाये हैं जिसकी वजह से आज भी छत्तीसगढ़ में लोक पर्व, त्यौहार, परंपराओं को प्राचीन रूप में भी मनाया जाता है. अगर आप किस छत्तीसगढ़ के त्यौहार और प्रमुख लोग पर्व के बारे में जानना चाहते हैं तो इसे लेख को पूर्ण रूप से पढ़ें यहाँ पर हमने छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहार 2022 के बारे में पूरी जानकारी दी है.

छत्तीसगढ़ के प्रमुख त्यौहार 2022- festival of Chhattisgarh in Hindi

बस्तर दशहरा (Bastar Dussehra)

छत्तीसगढ़ में बस्तर दशहरा एक प्रमुख त्यौहार है. आपको बता दें कि यह फेस्टिवल जनजातियों की सर्वोच्च शक्ति और पूजनीय देवी दंतेश्वरी को समर्पित है. इस त्यौहार पर जगदलपुर के दंतेश्वरी मंदिर में देवी की पूजा की जाती है. आपको बता दें कि यह त्ययोहार भारत के सबसे लम्बे त्योहारों में से एक है क्योंकि यह 72 दिनों की अवधि में मनाया जाता है.आपको बता दें कि यह दशहरा भारत के अन्य क्षेत्र में मनाये जाने वाले दशहरा त्योहार से बिलकुल अलग है क्योंकि यह रावण पर राम की जीत के रूप में नहीं मनाया जाता.

बस्तर लोकोत्सव (Bastar Lokutsab)

बस्तर लोक उत्सव छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख लोक पर्व है, जो राज्य की लोक संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है. आपको बता दें कि यह त्यौहार बरसात के मौसम की समाप्ति के बाद मनाया जाता है और छत्तीसगढ़ के दूरदराज के स्थानों से बस्तर में आने वाले आदिवासी समूहों की भागीदारी का दावा करता है. इस त्यौहार के समय जगदलपुर में आयोजित एक कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है जिसे बस्ता परब के रूप में जाना जाता है. बता दें बस्ता परब पर छत्तीसगढ़ की जनजातियों के गीत और नृत्य शामिल हैं. इसके साथ ही इस उत्सब पर आदिवासी कला और हस्तशिल्प का प्रदर्शन किया जाता है.

भोरमदेव महोत्सव (Bhoramdeo Festival)

भोरमदेव महोत्सव 2022 छत्तीसगढ़ का एक बहुत ही प्रमुख उत्सव है. आपको बता दें कि इस त्योहार का आयोजन सबसे पहले नागवंशी वंश के महाराजा रामचंद्र देव के द्वारा किया गया है, जिन्होंने 1349 में भोरमदेव मंदिर की नींव भी रखी था. बता दें कि यह उत्सव मार्च के अंत में शुरू होता है. इस उत्सव की सबसे खास बात यह है कि इसमें छत्तीसगढ़ के विभिन्न क्षेत्रों के लोक कलाकार बड़ी संख्या में भाग लेते है.

चंपारण मेला (Champaran Mela)

चंपारण मेला भारत की प्रमुख तीर्थ यात्राओं में से एक है. आपको बता दें कि चंपारण मेलामाघ के दौरान यानी जनवरी से फरवरी के बीच आयोजित किया जाता है और इसमें भारत के विभिन्न कोनों से बड़ी संख्या में पुष्टिमार्गीय वैष्णव भाग लेते हैं. चंपारण मेला वल्लभ समुदाय के संस्थापक और सुधारक संत वल्लभाचार्य का जन्मस्थान कहा जाता है.

छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस (Chhattisgarh Foundation Day)

1 नवंबर को छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह छत्तीसगढ़ राज्य के प्रमुख दिनों में से एक है. राष्ट्रपति ने 25 अगस्त को मध्य प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2000 को अपनी सहमति दी इसके बाद 1 नवंबर 2000 को में छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश से विभाजित होकर एक अलग राज्य बना था.

छत्तीसगढ़ी भाषा दिवस (Chhattisgarhi Language Day)

छत्तसीगढ़ में 28 नवंबर को छत्तीसगढ़ी भाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है क्योंकि यह इस तारीख को वर्ष 2007 में था जब विधानसभा ने छत्तीसगढ़ी को राज्य भाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था.

इसके अलवा भी छत्तीसगढ़ में कई त्यौहार मनाये जाते हैं जिनके नाम नीचे लिस्ट में दिए गए हैं.

गोंचा महोत्सव (Goncha Festival)
मडई महोत्सव (Madai Festival)
तीजा महोत्सव (Teeja Festival)
नारायणपुर मेला (Narayanpur Mela)
पोला (Pola)
राजिम कुंभ मेला (Rajim Kumbh Mela)
हरेली (Hareli)
पहला फल महोत्सव (First fruit Festival)
पृथ्वी महोत्सव (Earth Festival)

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